ब्रह्माण्ड --कुछ सबाल-जबाव .......
हाल में ही छपे 'द टेलीग्राफ' में समाचार के अनुसार , डा स्टीफन की खोज के पश्चात कुछ तथ्य सामने आये हैं कि --
१. धार्मिक लोग ब्रह्माण्ड की संरचना के पीछे किसी योजनाकार का हाथ मानते रहे हैं जबकि ब्रह्माण्ड ग्रेंड डिजायन से भौतिकी - विज्ञान के सिद्धांत की अपरिहार्य परिणति-बिगबेंग से | बिना ईश्वर या किसी के बटन दवाये |
२.चार्ल्स डार्विन ने इसे हिला दिया --आज सिर्फ १७% अमेरिकी डार्विन की थ्योरी पर विशवास करते हैं |
३. डा स्टीफन ने कुछ बचकाने से प्रश्न भी उठाये हैं |
-----उठाये गए सबालों के उत्तर---
१.ईश्वर किसने पैदा किया-----क्या वैज्ञानिकों के पास इस प्रश्न का उत्तर है कि विज्ञान -भौतिकी व उसके नियम किसने पैदा किये,उनसे पहले कैसे कार्य होता था, डार्विनिस्म के क्रमिक विकास का योजनाकार कौन था ?कम से कम यह तो उत्तर तो उपस्थित है कि --ईश्वर (व आत्मा) कोई मानव नहीं जो पैदा हो , वह अनित्य,व स्वयंभू है ---न जायते म्रियते कदाचिन्नाय भूतस्य भविता वा ।........ जो मूल पदार्थ की परिभाषा है|
२.उसका रूप कैसा है.......क्या विज्ञानी बता सकते हैं कि विग्यान के नियम कैसे दिखते है, विज्ञान का स्वयम का स्वरुप कैसा दिखता है ---ईश्वर के लिए तो कथन है ही ( वही विज्ञान आदि के लिए भी सत्य है) कि " न तस्य प्रतिमा अस्ति " वह निराकार , कण कण में, सर्व व्यापी है |
३.सृष्टि से पहले वह क्या कररहा था -----सृष्टि की 'ग्रेंड डिजायन' पर विचार कररहा था , परिकल्पना व योजना बना रहा था |
----डा स्टीफन व विज्ञानियों से कुछ सबाल----
----१.विना योजनाकार व योजना ,विचारणा के 'ग्रेंड डिजायन' कैसे बनी ---कारण के बिना कार्य कैसे हो सकता है|
----२. बिगबेंग का पिंड कहाँ से आया | उसमें सन्निहित अपार ऊर्जा कहाँ से आयी ? वह इतना संघनित कैसे हुआ, विष्फोट क्यों हुआ ?
----३।प्रयोग व तर्क व ज्ञान -मानव के साथ उत्पन्न हुए ( मानव की उत्पत्ति से काफी बाद में ), विज्ञान और बाद में , तो वे किसने उत्पन् किये ,उससे पहले कैसे कार्य होता था?
----४. गेंड- डिजायन किसने बनाई |
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हाल में ही छपे 'द टेलीग्राफ' में समाचार के अनुसार , डा स्टीफन की खोज के पश्चात कुछ तथ्य सामने आये हैं कि --
१. धार्मिक लोग ब्रह्माण्ड की संरचना के पीछे किसी योजनाकार का हाथ मानते रहे हैं जबकि ब्रह्माण्ड ग्रेंड डिजायन से भौतिकी - विज्ञान के सिद्धांत की अपरिहार्य परिणति-बिगबेंग से | बिना ईश्वर या किसी के बटन दवाये |
२.चार्ल्स डार्विन ने इसे हिला दिया --आज सिर्फ १७% अमेरिकी डार्विन की थ्योरी पर विशवास करते हैं |
३. डा स्टीफन ने कुछ बचकाने से प्रश्न भी उठाये हैं |
-----उठाये गए सबालों के उत्तर---
१.ईश्वर किसने पैदा किया-----क्या वैज्ञानिकों के पास इस प्रश्न का उत्तर है कि विज्ञान -भौतिकी व उसके नियम किसने पैदा किये,उनसे पहले कैसे कार्य होता था, डार्विनिस्म के क्रमिक विकास का योजनाकार कौन था ?कम से कम यह तो उत्तर तो उपस्थित है कि --ईश्वर (व आत्मा) कोई मानव नहीं जो पैदा हो , वह अनित्य,व स्वयंभू है ---न जायते म्रियते कदाचिन्नाय भूतस्य भविता वा ।........ जो मूल पदार्थ की परिभाषा है|
२.उसका रूप कैसा है.......क्या विज्ञानी बता सकते हैं कि विग्यान के नियम कैसे दिखते है, विज्ञान का स्वयम का स्वरुप कैसा दिखता है ---ईश्वर के लिए तो कथन है ही ( वही विज्ञान आदि के लिए भी सत्य है) कि " न तस्य प्रतिमा अस्ति " वह निराकार , कण कण में, सर्व व्यापी है |
३.सृष्टि से पहले वह क्या कररहा था -----सृष्टि की 'ग्रेंड डिजायन' पर विचार कररहा था , परिकल्पना व योजना बना रहा था |
----डा स्टीफन व विज्ञानियों से कुछ सबाल----
----१.विना योजनाकार व योजना ,विचारणा के 'ग्रेंड डिजायन' कैसे बनी ---कारण के बिना कार्य कैसे हो सकता है|
----२. बिगबेंग का पिंड कहाँ से आया | उसमें सन्निहित अपार ऊर्जा कहाँ से आयी ? वह इतना संघनित कैसे हुआ, विष्फोट क्यों हुआ ?
----३।प्रयोग व तर्क व ज्ञान -मानव के साथ उत्पन्न हुए ( मानव की उत्पत्ति से काफी बाद में ), विज्ञान और बाद में , तो वे किसने उत्पन् किये ,उससे पहले कैसे कार्य होता था?
----४. गेंड- डिजायन किसने बनाई |
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